कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कोरोनावायरस को लेकर मंगलवार को सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कोरोनावायरस सुनामी आने जैसा है। भारत को न सिर्फ कोरोनावायरस, बल्कि यहां आने वाली आर्थिक तबाही के लिए भी तैयार रहना चाहिए। भारत को अभी से अपने आप को तैयार कर लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि मुझे कि अगले 6 महीनों में हमारे लोग ऐसे दर्द से गुजरने वाले हैं, जिसकी उन्होंने कल्पना भी नहीं की होगी। राहुल गांधी ने पिछले सप्ताह भी कोरोना पर सरकार की आलोचना की थी।
केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि जो व्यक्ति भ्रम में हो वही ऐसा बयान दे सकता है। जब राहुल से कोरोनावायरस की स्थिति पर पूछा गया था तो उन्होंने कहा कि वे विशेषज्ञ नहीं है। आज उन्होंने ऐसा बयान दे दिया। इसके बदले उन्हें संक्रमण रोकने में लगे डॉक्टर्स, नर्स और सफाई कर्मचारियों को धन्यवाद देना चाहिए था।
सवाल पूछने की इजाजत नहीं मिलने से नाराज हुए राहुल
संसद के बजट सत्र में सवाल पूछने की इजाजत न मिलने पर राहुल गांधी ने नाराजगी जाहिर की। संसद से बाहर आने के बाद उन्होंने कहा- स्पीकर मुझे दुखी करना चाहते हैं तो कोई दिक्कत नहीं है। वे नहीं चाहते कि मैं बोलूं। एक सांसद के तौर पर मेरे कुछ अधिकार हैं। वे इसे मुझसे नहीं छीन सकते। तमिलनाडु के सांसद को सवाल पूछने की इजाजत न देने पर उन्होंने कहा कि आज पूरा तमिलनाडु तमिल भाषा के बारे में सवाल पूछना चाहता है। यह तमिलनाडु के लोगों और उनकी भाषा से जुड़ा है। उन्हें अपनी भाषा का बचाव करने का पूरा अधिकार है। आप तमिल लोगों से सदन में सवाल पूछने का हक नहीं छीन सकते। यह स्वीकार नहीं किया जाएगा।